रिलायंस जियो का आरोप :
भारतीय दूरंसचार कंपनी रिलायंस जियो ने अन्य टेलीकॉम कंपनियों पर आरोप लगाया है कि उसकी प्रतिद्वंद्वी भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया लि. (वीआईएल) उसके खिलाफ ‘विद्वेषपूर्ण और नकारात्मक’ अभियान चला रही हैं और यह दावा कर रही हैं कि जियो के मोबाइल नंबर को उनके नेटवर्क पर स्थानांतरित या पोर्ट करना किसान आंदोलन को समर्थन होगा।



देश की सबसे बड़ी दूसरंचार कंपनी रिलायंस जियो ने इस बारे में भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) को पत्र लिखकर इन दोनों कंपनियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। जियो ने कहा कि प्रतिद्वंद्वी कंपनियों के इस रवैये से जियो के कर्मचारियों की सुरक्षा प्रभावित हो सकती है।वहीं भारती एयरेटल और वोडाफोन आइडिया ने जियो के इन आरोपों को ‘आधारहीन’ और बेबुनियाद बताते हुए इन्हें खारिज किया है।
रिलायंस जियो ने कहा कि उसने इससे पहले भी ट्राई को एयरटेल और वीआईएल के ‘अनैतिक और प्रतिस्पर्धा रोधी मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी अभियान’ के बारे में शिकायत की थी। जियो ने कहा कि दोनों कंपनियां किसानों के विरोध का लाभ उठाना चाहती हैं। दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के हजारों किसान नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं।
इस पर एयरटेल भारती और वीआईएल ने दिया करारा जवाब :
भारती एयरटेल ने ट्राई को लिखे पत्र में इन आरोपों को आधारहीन बताया है। लिखे गए पत्र में कहा गया है कि, ‘‘कुछ प्रतिद्वंद्वी आधारहीन आरोप लगाने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं, पर हमने हमेशा अपना कारोबार पारदर्शिता से किया है। और हम जिसके लिए जाने जाते हैं, उसपर हमें गर्व है।’
वीआईएल (वोडाफोन आइडिया लि.) प्रवक्ता ने भी इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि कंपनी पूरी नैतिकता के साथ कारोबार करने में विश्वास करती है।